काले टमाटर की खेती कैसे की है, यहाँ जानिए काले टमाटर की खेती से होने वालें फायदें

किसान भाइयों आपने आज तक लाल टमाटर ही देखे होंगे , बाजार में भी हमारे लाल टमाटर ही खूब बिकता है लेकिन क्या आपने कभी काले टमाटर के बारें में सुना है। अगर नहीं , तो आज हम आपको बतानें वाले है की काले टमाटर की खेती कैसे की जाती है। किसान भाइयों भारत में लगातार कई वर्षों से हम लाल टमाटर की खेती करते आरहें है लेकिन अब किसान काले टमाटर की तरफ आगे बढ़ रहें है। इस टमाटर की खास बात यह है कि इसे खानें से कैंसर जैसी बीमारी खत्म होती है भारत के किसान अब काले टमाटर की खेती करके अच्छा पैसा कमा रहें है। काले टमाटर की खेती सबसे पहले यूरोप में की गयी थी। जिसके बाद से यह धीरे - धीरे पूरे विश्व में फ़ैल गयी। आइये आज हम जानते है की कैसे करें काले टमाटर की खेती और क्या है इसके फायदें।

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आप यह ब्लॉग GEEKEN CHEMICALS के माध्यम से पढ़ रहें है। हम आपके लिए कृषि जगत से जुडी जानकारी पहुचानें का काम करते है। अगर आप अपने फसलों का बेहतर तरीके से उत्पादन करना चाहते है तो GEEKEN CHEMICALS के कीटनाशक का प्रयोग कर सकते है। GEEKEN CHEMICALS आज के समय में Best Agrochemical Company in India में से एक है।

भारत में काले टमाटर की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु व भूमि का चयन

काले टमाटर की खेती भारत में बहुत तेजी से की जा रही है। आज के समय में बाजार में इसके दाम भी काफी तेजी से बढ़ रहें है। किसान भाइयों भारत की जलवायु को काले टमाटर के लिए सबसे अच्छा माना गया है , इसे हम लाल टमाटर की तरह ही ऊगा सकते है। लेकिन इसकी खेती करते समय यह ध्यान देना चाहिए , ज्यादा ठण्ड वाली जगह पर इसकी खेती न करें यह पौधे को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके लिए गर्म क्षेत्र सबसे अच्छे मानें जातें है साथ किसान भाइयों अगर आप इसकी खेती दोमट मिट्टी में करते है तो अधिक फायदा हो सकता है। इसके लिए भूमि का P.H. मान 6-7 के मध्य होना चाहिए। जिससे बेहतर उत्पादन किया जा सकें।

किसान भाइयों काले टमाटर की खेती के लिए 10 से 30 डिग्री का तापमान सबसे अच्छा होता है तथा इसके पौधे के विकास के लिए 21 से 24 डिग्री का तापमान रहना जरुरी है। अगर किसान भाइयों हम भारत की बात करें तो इसकी खेती सबसे ज्यादा हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड और बिहार में की जाती है।

काले टमाटर की खेती का तरीका

काले टमाटर की खेती एक साधारण किसान भी आसानी से कर सकते है। इसके लिए किसी भी प्रशिक्षण की जरूरत नहीं है। जिस तरह से किसान भाई लाल टमाटर की खेती करते है उसी तरह से काले टमाटर की खेती भी कर सकते है। किसान भाइयों जहाँ लाल टमाटर को पकनें में 3 महीने का समय लगता है वहीँ काले टमाटर को पकनें में 4 महीने का समय लग जाता है। शुरू में तो यह टमाटर पीले और हरे रंग के होते है जो बाद में काले हो जाते है।

भारत में काले टमाटर से किसानों का फायदा

किसान भाइयों काले टमाटर के बारें में अभी भी बहुत से किसान ऐसे है जो नहीं जानते ऐसे में इसकी खेती करने में थोड़ी बहुत कठिनाई आती है लेकिन अब से GEEKEN CHEMICALS आपके साथ है। आप आसानी से काले टमाटर की खेती कर सकते है। काले टमाटर की मांग भी काफी बढ़ती जा रही है , किसान इसकी खेती करके काफी अच्छा पैसा कमा सकते है।

काले टमाटर की कीमत

काला टमाटर लाल टमाटर के मुकाबले अधिक प्रभावशाली होता है। इसलिए इसकी मांग भी बाजारों में काफी ज्यादा होती है। यह टमाटर आसानी से कैंसर के रोग को खत्म कर सकता है। इसके अलावा काले टमाटर में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते है। किसान भाइयों अगर हम काळा टमाटर के कीमत की बात करें तो यह बाजार में 100 -150 रूपये किलों तक बिकता है। यानि इसके द्वारा किसान और व्यापारी दोनों अच्छा पैसा कमा सकते है।

काले टमाटर का स्वाद

किसान भाइयों इसके स्वाद लाल टमाटर के मुकाबलें बिल्कुल अलग होता है , एक तरफ जहाँ लाल टमाटर खट्टा और मीठा होता है। वहीँ काला टमाटर खानें में तीखा होता है। जिसकी वजह से काले टमाटर का सबसे ज्यादा प्रयोग सलाद के रूप में किया जाता है।

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निष्कर्ष

किसान भाइयों आज के इस ब्लॉग में हमनें जाना की काले टमाटर की खेती कैसे की जाती है। आशा है कि आपको हमारा यह ब्लॉग आपको खूब पसंद आया होगा। अगर आपको अपने खेती के बारें में कुछ जानकारी चाहिए तो हमारे ब्लॉग के कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट कर सकते है। इसके अलावा किसान भाइयों आप GEEKEN CHEMICALS के कीटनाशक को खरीदनें के लिए हमें कॉल (+91-9999570297) भी कर सकते है।

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