यहाँ जानिए शलजम की खेती करने की विधि

देश में खेती का प्रचलन फिर से बढ़ने लगा है। कोरोना के बाद से लोग लगातार खेती को बढ़ावा दें रहें है। देश के अलग - अलग राज्यों के किसान अब खेती के प्रति जागरूक भी होना चाह रहें है। किसान पारम्परिक खेती के साथ - साथ अब बागवानी की खेती की तरफ आगे बढ़ रहें है। बागवानी खेती से किसान भाइयों को काफी फायदा हो रहा है। आज के इस ब्लॉग में हम एक ऐसी फसल की जानकारी देने जा रहें है जिसकी खेती करके किसान अच्छी कमाई कर सकते है। जी हाँ ! किसान भाइयों आज हम बात करने जा रहें है शलजम की खेती के बारें में। जिसे भारत के अलग - अलग राज्यों में अलग - अलग नाम से जानते है।

शलगम एक तरह की सब्जी है जिसे किसान जड़ से प्राप्त करते है। इसकी खेती के लिए बलुई और रेतीली मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। कृषि एक्सपर्ट की मानें तो कभी भी शलगम की खेती चिकनी मिट्टी और कड़क मिटटी में नहीं करनी चाहिए। शलगम की खेती किसान जड़ों और पत्तों के लिए करते है। इसकी जड़ों में विटामिन सी पाया जाता है जबकि इसके पत्ते विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, फोलिएट और कैलशियम प्रदान करते है। इसका प्रयोग सलाद के रूप में भी किया जाता है। इसकी खेती मैदानी भागों में लोग ठण्ड के मौसम में करते है।

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यह भी पढ़ेंः जानिए कैसे खत्म कर सकते है फसलों में लगने वाला हानिकारक रोग पाउडर फफूंदी

खेत की तैयारी

शलजम की खेती के लिए ऐसे जगह का चुनाव करना चाहिए जहां से जल निकासी की व्यवस्था अच्छी हो। इसकी खेती ऐसे समय पर करनी चाहिए जब बारिश ज्यादा न होती हो। अगर आप जयादा बारिश वाली जगह पर इसकी खेती कर रहें है तो खेत में पानी न रुके इसका विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए। ज्यादा बारिश की वजह से इसके पौधे गल जाते है और रोग लगने की सम्भावना भी काफी बढ़ जाती है। शलजम की खेती के किसान भाइयों को सबसे पहले 3 से 4 जुताई करके गोबर की बनी खाद का प्रयोग करना चाहिए। जिसके बाद आप पाटा लगाकर खेत को समतल कर सकते है। ऐसा करने से खेत में खरपतवार उगने की सम्भावना कम होती है और पैदावार काफी अच्छा देखने को मिलता है।

शलजम बोने का समय

शलजम को आप सितम्बर से अक्टूबर महीने में बो सकते है यह समय मैदानी क्षेत्रों के लिए निर्धारित किया हुआ है वहीँ पहाड़ी इलाके में जुलाई और अक्टूबर का महीना इसके लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इसकी बुवाई हमेशा मेड के द्वारा ही करनी चाहिए। इससे शलजम की जड़ तेजी से विकास करती है। अगर बताए हुए समय पर आप शलजम की खेती करते है तो इससे आपको काफी फायदा भी हो सकता है।

सिंचाई

किसान भाइयों शलजम जमीन के अंदर वाली फसल है , इसलिए हमें बुवाई करते समय यह ध्यान रखना चाहिए की इसकी बुवाई मेड बनाकर ही करें। इसे पानी की ज्यादा मात्रा जमींन के अंदर तक नहीं पहुँचती है और शलजम का पौधा तेजी से बढ़ता है। अगर आप शलजम के पौधे को ज्यादा पानी देंगे तो इसके फल को फुलनें के लिए काफी दिक्क्त का सामना करना पड़ता है। अगर आपने मेड़ बनाकर इसकी खेती नहीं की है तो बहुत ही हल्का पानी देना चाहिए। ठण्ड के मौसम में इसके फसल को ज्यादा पानी नहीं देना चाहिए इससे इसके पौधे को बहुत ज्यादा नुकसान पहुँचता है।

फसल के खरपतवार का नियंत्रण

किसान भाइयों को इसकी फसल में उगने वाले खरपतवार का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। इसमें उगने वाले खरपतवार की रोकथाम के लिए किसान GEEKEN CHEMICALS के द्वारा बने खरपतवारनाशी का प्रयोग कर सकते है। जो बाजारों में बहुत ही आसानी से उपलब्ध है। GEEKEN CHEMICALS BEST Pesticides Manufacturers in Uttar Pradesh कंपनी में से है। इसके अलावा किसान निराई गुड़ाई करके भी इसके खरपतवार को खत्म कर सकते है। इसकी फसल के लिए 2 -3 गुड़ाई अच्छी मानी जाती है। लेकिन किसान भाइयों को अच्छी तरह से खरपतवार को खत्म करने के लिए कीटनाशक का प्रयोग जरूर करना चाहिए।

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शलजम से कमाई

किसान भाइयों शलजम के फसल की खुदाई समय के अनुसार की जाती है। इसके लिए आप बीज बुवाई के 20 से 25 दिन के बाद पत्तियों की तुड़ाई कर सकते है। इसके जड़ों को निकलने के लिए उचित समय का इंतजार करना चाहिए और जब यह पूरी तरह से पक जाए तब आपको इसकी जड़ों को निकाल देना चाहिए। कृषि एक्सपर्ट की मानें तो इसकी जड़ें किस्म के अनुसार 50 से 70 दिनों में खुदाई के लिए तैयार हो जाती है। जड़ो को जमीन में से निकालने के लिए किसान खुरपी या फावड़े का प्रयोग कर सकते है। खुदाई के बाद शलजम को अच्छी तरह से धो लेना चाहिए। किसान बताते है कि एक हेक्टेयर के खेत में तकरीबन शलजम की 200 से 250 क्विंटल उपज आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए किसान भाई शलजम की खेती करके अच्छा पैसा कमा सकते है।

निष्कर्ष

आज के इस ब्लॉग में हमनें जाना की शलजम की खेती कैसे करते है और इसमें लगने वाले खरपतवार को कैसे खत्म किया जा सकता है। आशा है कि किसान भाइयों को हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। किसान भाई अपने फसल में लगने वाले कीटों को खत्म करने के लिए GEEKEN CHEMICALS के कीटनाशक का प्रयोग कर सकते है। इसे खरीदनें के लिए आप हमें कॉल (+91 - 9999570297) भी कर सकते है।

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