जानिए कब की जाती है चुकंदर की खेती और कैसे कर सकते है इसमें लगने वाले रोगों को खत्म

किसान आज के समय में खेती करके अच्छा पैसा कमा सकते है। इस सब्जी में अगर आप चुकंदर की खेती करते है तो उससे काफी अच्छा लाभ मिल सकता है। चुकंदर के गुणों की वजह से बाजार में इसकी मांग हमेशा रहती है। यह खून बनाने में भी बहुत सहायक है। इसका इस्तेमाल खून की कमी, एनीमिया, कैंसर, हृदय रोग, पित्ताशय विकारों, बवासीर, गुर्दे के विकारों जैसी समस्या को दूर करने के लिए कर सकते है। इसकी सब्जी में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इसकी खेती खारे मिट्टी और पानी से भी हो सकती है। ज्यादातर चुकंदर का प्रयोग हमें सलाद और जूस बनाने के लिए करते है। इसके प्रयोग से हमारे शरीर में खून की कमी दूर होती है। किसान इसकी खेती करके अच्छा पैसा कमा सकते है। आज के इस ब्लॉग में हम चुकंदर की खेती के बारें में जानेंगे।

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चुकंदर से करें मिट्टी में सुधार

चुकंदर हमारे शरीर के लिए जरुरी है ही इसके अलावा यह खेत की मिट्टी को भी उपजाऊ बनाता है। कृषि एक्सपर्ट बताते है कि चुकंदर की खेती बंजर भूमि पर की जा सकती है। एक बार आप बंजर भूमि पर खेती करने के बाद आप अपनी जमीन को और अधिक उपजाऊ बना सकते है। कृषि वैज्ञानिक का मानना है की चुकंदर का उत्पादन ऊसर या बंजर भूमि में करने से उस जमीन की गुणवत्ता में काफी सुधार आता है। चुकंदर में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते है जो ऊसर भूमि को आसानी से सुधार सकता है। लेकिन किसान भाइयों को इसकी खेती के लिए पहले से तैयारी करना जरुरी है।

कहाँ करते है चुकंदर का उपयोग

ज्यादातर यह देखा गया है कि चुकंदर का प्रयोग हम सलाद या फिर जूस बनाने के लिए करते है लेकिन शायद आपको न पता हो आप चुकंदर का हलवा भी बना सकते है। जो हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक है। इसका जूस शरीर में बनने वाले खून की मात्रा को बढ़ाता है। इसे खाने से आप बहुत जल्द अपने शरीर में खून की कमी को पूरा कर सकते है। डॉ एनिमिया रोगियों को चुकंदर खाने की सलाह ज्यादा देते है , इससे उनका यह रोग आसानी से खत्म हो जाता है। ग्रामीण क्षेत्र में चुकंदर के पत्ते का इस्तेमाल किसान पशु चारें के रूप में करते है। यह पशुओं के लिए भी बहुत पौष्टिक होता है। आप इसके पत्ते को सुखाकर खाद भी बना सकते है , जो आपके फसल की उत्पादन क्षमता को बढ़ाएगा।

चुकंदर की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी (Beetroot Farming)

किसान भाइयों चुकंदर की खेती किसान पूरे साल आसानी से कर सकते है। लेकिन इसकी बुवाई के लिए ठंड का मौसम सबसे अच्छा माना जाता है। इसकी खेती सबसे अच्छी दोमट व बलुई मिट्टी में कर सकते है। हालंकि पिछले कुछ समय से किसान चुकंदर की खेती ऊसर और बंजर जमीन पर भी कर रहें है जिसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है। अगर हम चुकंदर की खेती के लिए जमीन के पीएच मान की बात करें तो इसके लिए भूमि का पी एच मान 6-7 के बीच होना जरूरी है।

चुकंदर के खेत की तैयारी

किसान भाइयों अगर आप चुकंदर की अच्छी पैदावार करना चाहते है तो इसके लिए खेत अच्छे से तैयार होना चाहिए। यदि जमीन रेतीली है तो 2 -3 जुताई कर सकते है। इसके अलावा अगर आप चिकनी मिटटी में इसकी खेती करने जा रहें है तो इसकी पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करवानी चाहिए अन्यथा आप 3 -4 जुताई करवाकर पाटा चलवा देना चाहिए। इससे मिटटी भुरभुरी हो जाती है। आप खेत में छोटी - छोटी क्यारी बनकर इसकी बुवाई कर सकते है।

चुकंदर बोने की विधि

बुवाई से पहले खेत को पलेवा करना जरुरी है। चुकंदर के बीज को छोटी - छोटी क्यारी में लगा सकते है। इसके साथ - साथ किसान भाइयों हमेशा चुकंदर के लिए समतल व सीधे खेतों में मेड़ बनाकर ही बुवाई करें। इसके लिए आप देसी हल या किसी यन्त्र से बीजों की बुवाई आसानी से कर सकते है। कृषि एक्सपर्ट बताते है की चुकंदर के बीज को बुवाई से 8 -10 घंटे के पहले पानी में भिगो देना चाहिए और सुबह बीज को छाया में सूखा लेना चाहिए उसके बाद ही बुवाई करनी चाहिए।

चुकंदर के फसल की सिंचाई प्रबन्धन

किसान भाइयों चुकंदर को ज्यादा पानी की जरुरत नहीं होती है। 15 -20 दिनों के बाद आप इसके फसल को पानी दें सकते है। बाद में 20 -25 दिनों के बाद दोबारा पानी दे सकते है। इसके सिचाई की संख्या सर्दियों तथा वर्षा के ऊपर निर्भर करती थी। खुदाई के समय यह ध्यान रखें की भूमि में नमी होना जरुरी है।

चुकंदर के फसल खुदाई

चुकंदर की फसल बुवाई से 3 -4 महीने के बाद तैयार हो जाती है। जब इसकी पत्तियां सूखने लगें तो 15 दिन पहले सिचाई करके खेत को छोड़ देना चाहिए। आप जब पानी सुख जाये तो फावड़े की मदद से इसकी खुदाई कर सकते है। आज के समय में चुकंदर की मांग तेजी से बढ़ रही है इसलिए आप इसे आसानी से बाजार में बेचकर अच्छा पैसा कमा सकते है।

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निष्कर्ष

आज के इस ब्लॉग में हमनें चुकंदर की खेती के बारें में जानकारी हांसिल की। अगर आपको हमारा यह ब्लॉग पसंद आया हो तो आप इसे अपने सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर कर सकते है। GEEKEN CHEMICALS आपके लिए इसी तरह से खेती बड़ी से जुड़े ब्लॉग लाता रहेगा। अगर आपके फसल में कीट, रोग, खरपतवार का आक्रमण है तो आप इसे खत्म करने के लिए GEEKEN CHEMICALS के कीटनाशक का प्रयोग कर सकते है। GEEKEN CHEMICALS सबसे अच्छा Pesticides Manufacturers COMPANY IN INDIA में से है। हमारे प्रोडक्ट ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से उपलब्ध है जहां से आप इसे आसानी से खरीद सकते है। अगर आपको हमारे किसी भी प्रोडक्ट से जुडी जानकारी चाहिए तो आप हमारे सलाहकार को कॉल (+91 - 9999570297) भी कर सकते है।

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